राजपथ पर पहली बार दिखे ये हथियार, चिनूक-अपाचे हेलीकॉप्टर और धनुष-के9 वज्र तोप
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नई दिल्ली,26 जनवरी (इ खबरटुडे)। 71वें गणतंत्र दिवस कार्यक्रम के दौरान दिल्ली स्थित राजपथ पर भारत की सैन्य ताकत और सांस्कृतिक विविधता की झलक देखने को मिली। ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोलसोनारो की मौजूदगी में जल-थल-नभ में भारत ने अपनी ताकत का प्रदर्शन किया। इस बार राजपथ पर गणतंत्र दिवस समारोह में कई हथियार पहली बार शामिल हुए। पिछले साल मार्च में डीआरडीओ ने भारत के पहले ए-सैट मिशन मिशन शक्ति को लॉन्च किया था। यह भारत का पहला ए-सैट मिशन है जो विरोधी उपग्रहों को मार गिराने की भारत की क्षमता का प्रदर्शन करता है। इसके लॉन्च के बाद इस क्षमता को रखने वाले अमेरिका, रूस और चीन जैसे देशों की सूची में भारत शामिल हो गया था।
राजपथ पर वायुसेना के लड़ाकू हेलीकॉप्टर अपाचे ने पहली बार उड़ान भरी। इन पांच हेलीकॉप्टरों के समूह का नेतृत्व विशिष्ट सेवा मेडल प्राप्त 125 हेलीकॉप्टर स्क्वाड्रन के कमांडिंग ऑफिसर मन्नारथ शीलू ने किया।
चार साल पहले भारत ने अमेरिका के साथ 22 अपाचे हेलीकॉप्टर का करार किया था। 2022 तक सभी 22 अपाचे हेलीकॉप्टर वायुसेना के बेड़े में शामिल हो जाएंगे। भारत ने अमेरिका की कंपनी बोइंग के साथ सितंबर 2015 में 22 अपाचे अटैक हेलीकॉप्टर के खरीद का सौदा किया था। इस सौदे की कुल राशि 9600 करोड़ है।